झारखण्ड राज्य स्थापना
झारखण्ड राज्य भारत देश की रुर
झारखण्ड राज्य का सामान्य परिचय : झारखण्ड राज्य का प्रसासनिक नाम झारखण्ड है।
झारखण्ड का नाम झारखण्ड इसके जंगल झाड़ की बहुलता के कारन पड़ा है।
झारखण्ड राज्य की स्थापना तक का सफर : झारखण्ड राज्य का स्थापना 15 नवंबर 2000 ई को हुआ।
झारखण्ड राज्य की स्थापना होने से पहले झारखण्ड बिहार में हुआ करता था फिर 22 जुलाई 1997 में बिहार विधान सभा में एक संकल्प पारित करके केंद्र सरकार भेजा गया। 1998 में केंद्र सरकार ने पुनर्गठन प्रस्ताव को वनांचल नाम से पारित करके बिहार विधान सभा में भेज दिया। उस समय केंद्र में B J P की सरकार थी।
21 सितंबर 1998 को केंद्र सरकार द्वारा पारित प्रस्ताव को राज्य सभा में पारित किया गया। उसके बाद वोटिंग हुई।
वोटिंग
पक्ष 181 VOTE
विपक्ष - 107 VOTE
चूकि राज्य का पुनर्गठन वनांचल नाम से पारित किया गया था जबकि राज्य का नाम झारखण्ड के नाम से की गयी थी। इसप्रकार से विधेयक ख़ारिज कर दी गयी।
पुनः 1999 में केंद्र सरकार ने एक नया प्रारूप तैयार किया गया । इस विधेयक का नाम बिहार पुनर्गठन 2000 रखा गया।
बिहार राज्य पुनर्गठन विधेयक पारित करके 25 APRIL 2000 को को बिहार विधान सभा दिया गया। बिहार पुनर्गठन प्रस्ताव राज्य विधान सभा से पारित हो गया और केंद्र सरकार भेज दिया गया।
02 AUG 2000 को लोक सभा से भी पारित हो गया।
11 AUG 2000 को पेश हुआ सभा में भी पारित हो गया।
उसके बाद उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति के एन नारायणन के पास विधेयक जाता है। राष्ट्रपति विधेयक में 25 AUG 2000 हस्ताक्षर करते हैऔर इसप्रकार से विधेयक पूरी तरह से पारित हो जाता है। अतः 15 नवंबर 2000 को भगवान बिरसा मुंडा जन्मदिन के अवसर पर झारखण्ड राज्य की स्थापना कर दी जाती है।
झारखण्ड राज्य का सामान्य परिचय : झारखण्ड राज्य का प्रसासनिक नाम झारखण्ड है।
झारखण्ड का नाम झारखण्ड इसके जंगल झाड़ की बहुलता के कारन पड़ा है।
झारखण्ड राज्य की स्थापना तक का सफर : झारखण्ड राज्य का स्थापना 15 नवंबर 2000 ई को हुआ।
झारखण्ड राज्य की स्थापना होने से पहले झारखण्ड बिहार में हुआ करता था फिर 22 जुलाई 1997 में बिहार विधान सभा में एक संकल्प पारित करके केंद्र सरकार भेजा गया। 1998 में केंद्र सरकार ने पुनर्गठन प्रस्ताव को वनांचल नाम से पारित करके बिहार विधान सभा में भेज दिया। उस समय केंद्र में B J P की सरकार थी।
21 सितंबर 1998 को केंद्र सरकार द्वारा पारित प्रस्ताव को राज्य सभा में पारित किया गया। उसके बाद वोटिंग हुई।
वोटिंग
पक्ष 181 VOTE
विपक्ष - 107 VOTE
चूकि राज्य का पुनर्गठन वनांचल नाम से पारित किया गया था जबकि राज्य का नाम झारखण्ड के नाम से की गयी थी। इसप्रकार से विधेयक ख़ारिज कर दी गयी।
पुनः 1999 में केंद्र सरकार ने एक नया प्रारूप तैयार किया गया । इस विधेयक का नाम बिहार पुनर्गठन 2000 रखा गया।
बिहार राज्य पुनर्गठन विधेयक पारित करके 25 APRIL 2000 को को बिहार विधान सभा दिया गया। बिहार पुनर्गठन प्रस्ताव राज्य विधान सभा से पारित हो गया और केंद्र सरकार भेज दिया गया।
02 AUG 2000 को लोक सभा से भी पारित हो गया।
11 AUG 2000 को पेश हुआ सभा में भी पारित हो गया।
उसके बाद उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति के एन नारायणन के पास विधेयक जाता है। राष्ट्रपति विधेयक में 25 AUG 2000 हस्ताक्षर करते हैऔर इसप्रकार से विधेयक पूरी तरह से पारित हो जाता है। अतः 15 नवंबर 2000 को भगवान बिरसा मुंडा जन्मदिन के अवसर पर झारखण्ड राज्य की स्थापना कर दी जाती है।
1 Comments:
KEEP GROWING ....
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